tag:blogger.com,1999:blog-4082887006214386495.post7629893538852963290..comments2023-10-16T21:59:23.270+05:30Comments on अनीह ईषना: धर्म और मानसिकता स्वातिhttp://www.blogger.com/profile/15401454238866410073noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4082887006214386495.post-14209493459399616582015-10-16T18:05:13.214+05:302015-10-16T18:05:13.214+05:30समझ हीं तो नहीं आ पा रहा था कि कौन है ...प्रबंधन ...समझ हीं तो नहीं आ पा रहा था कि कौन है ...प्रबंधन को यहाँ ध्यान देना जरुरी है स्वातिhttps://www.blogger.com/profile/15401454238866410073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4082887006214386495.post-62757825429539996822015-10-16T12:13:19.498+05:302015-10-16T12:13:19.498+05:30देना था एक भरपूर लपाड़ा छेड़खानी की नियत रखने वाले उ...देना था एक भरपूर लपाड़ा छेड़खानी की नियत रखने वाले उस छिछोरे को ..<br /> छिछोरे लोगों की कोई कमी नहीं होती ऐसी जगहों पर.. दर्शन का ढोंग कर वे अपनी असली औकात में आ ही जाते हैं ऐसी जगहों पर चुप नहीं रहना चाहिए पूरी तरह सतर्क रहना चाहिए और जब भी ऐसा लगे के कोई बदतमीजी कर रहा है उसे दो-चार लपाडे देने में पीछे नहीं रहना चाहिए .. वो कहते है लातों के भूत बातों से नहीं मानते... इससे अपने साथ ही बहुत से लोगों को भी राहत मिल जाती हैं ..कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.com